राजगढ़/ माचलपुर। लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों तक पहुंच रही अवैध अंग्रेजी शराब की तहकीकात में पुलिस ने कांग्रेस नेता के घर पर छापामार कार्रवाई कर बॉटलिंग प्लांट सहित 75 लाख की स्प्रिट सहित 65 पेटी नकली ब्रांड की अंग्रेजी शराब एवं बड़ी मात्रा में खाली बोतलें, ढक्क्न लगाने की मशीने जप्त कर कांग्रेस नेता ब्लॉक अध्यक्ष फूलसिंह पिता नारायणसिंह गुर्जर को लिंबोदा गाँव से हिरासत में लिया है।
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रदीपकुमार शर्मा ने खुलासा करते हुए बताया कि एक ओर जहां पूरा विश्व इस कोरोना महामारी से लड़ते हुए लगातार इसकी भयावहता से जूझ रहा है, जहां इस भयंकर संक्रामक रोग से बचने हेतु इस स्तर के प्रयास किए जा रहे हैं जिसका आकलन करना भी संभव नहीं है वही कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चंद सिक्कों के लिए अवैध रूप से मुनाफा कमाने की खातिर लोगों की जान से खेलने में भी नहीं हिचकते और इस तरह के कृत्य को अंजाम देते हैं जिन्हें मानवीय तो नही कहा जा सकता। जिला राजगढ़ में कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग अवैध रूप से शराब व्यापार में लिप्त हैं इन सूचनाओं के संज्ञान में आते ही जिला पुलिस कप्तान श्री प्रदीप शर्मा द्वारा अपने सूचना संकलन के माध्यम से इन अपराधियों की खोजबीन प्रारंभ की। अवैध शराब के व्यापार में लिप्त इस तरह के अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए जिला पुलिस कप्तान द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया टीम द्वारा अपने प्रयासों से एक बहुत बड़ी सफलता अर्जित करते हुए अवैध शराब बनाने एवं बेचने के लिए एक फैक्ट्री और बॉटलिंग प्लांट का खुलासा किया गया।
सूचना पर हुई कार्रवाई
ग्राम लिंबोदा में फूलसिंह पिता नारायणसिंह गुर्जर और गोपाल उर्फ रामगोपाल वर्मा आपस में मिलकर अवैध शराब से संबंधित गोरखधंधे में लिप्त हैं, मामले में बारीकी से पतारसी करने हेतु टीम ने हर एक पहलू को शुरुआत से खंगालना शुरू किया तो इनके द्वारा एक बहुत बड़ी योजना के तहत भारी मात्रा में अवैध शराब का निर्माण एवं भंडारण करने के बारे में पुख्ता सबूत पुलिस को मिले।
मंगलवार को जिले के माचलपुर क्षेत्र अंतर्गत कुछ ऐसे माफियाओं का खुलासा हो सका जो लोगों की जान से खिलवाड़ करने की एक विध्वंसकारी योजना पर काम कर रहे थे ग्राम लिंबोदा के रहने वाले फूल सिंह पिता नारायणसिंह गुर्जर के ठिकाने का पता लगाकर पुलिस की टीम ने चारों ओर से धावा बोला और आरोपी फूलसिंह को भागते हुए धर दबोचा गया।
जिला पुलिस कप्तान द्वारा तैयार किया गया विशेष दस्ता एवं थाना माचलपुर की पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से आरोपी फूलसिंह को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की वही जब आरोपी के ठिकाने को खंगालना शुरू किया तो सभी के होश उड़ गए वहां का मंजर देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे भारी मात्रा में अवैध शराब की बाटलिंग की जा रही हो।
यह सारा गोरखधंधा आरोपी कांग्रेस नेता फूलसिंह के मकान के बरामदे से संचालित किया जा रहा था मौके से अवैध शराब के निर्माण के लिए भारी मात्रा में स्प्रिट होना पाया गया साथ ही अंग्रेजी एवं देसी शराब के निर्माण के लिए भारी मात्रा में कांच की एवं प्लास्टिक की बॉटल्स भी पाई गई थीं जिनमें अवैध शराब भरकर उसे बेचने का गौरख धंधा किया जा रहा था।
मामले में तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई जिस पर ऐसा निर्देश प्राप्त कर आरोपी फूल सिंह के ठिकाने से अवैध शराब बनाने के उपकरण को जप्त करना प्रारंभ किया गया जिसकी सूची काफी लंबी है, मौके से 17 ड्रम ओपी/स्पिरिट जप्त किया जिसके माध्यम से उक्त शराब का निर्माण किया जाता था उल्लेखनीय है कि इस स्पिरिट के एक ड्रम की कीमत करीब साढ़े 4 लाख आंकी गई है इस प्रकार मौके से 75 लाख रुपये की अवैध स्पिरिट जप्त की गई, साथ ही 65 पेटी अंग्रेजी शराब करीबन 10 लाख रुपये, प्लास्टिक व कांच की खाली बोटलें करीब 5 लाख 50 हजार सहित बोटल में ढक्कन लगाने वाली मशीन , कागज के कार्टून जिनमें अवैध शराब भरकर सप्लाई की जाती थी अंग्रेजी एवं देसी जैसे अलग-अलग शराब बनाने के तीन प्रकार के फ्लेवर सहित एक इंडिका कार 6 लाख एवं एक मोटरसाइकिल करीब 50 हजार रुपये की विधिवत जप्त की गई। साथ ही मामला ट्रेडमार्क उल्लघन के तहत भी दण्डनीय होना पाया गया ।
प्रकरण मे मुख्य रूप से फूलसिंह पिता नारायण सिंह गुर्जर एवं गोपाल उर्फ रामगोपाल वर्मा एवं उसके चार अन्य साथियों के विरुद्ध थाना माचलपुर में धारा 420, 467, 468, 471,475,188, 269, 270, 34 भादवि 34(2), 49(A) आबकारी अधिनियम , आपदा प्रबंधन की धारा 51, ट्रेडमार्क अधिनियम की धारा 29 के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।
प्रकरण में दूसरे आरोपी रामगोपाल वर्मा की तलाश जारी है गिरफ्त में आए आरोपी फूलसिंह गुर्जर से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया की लालच की वजह से उसने रामगोपाल के साथ मिलकर अवैध शराब बनाने के इस गोरखधंधे की शुरुआत की थी। गोपाल उर्फ रामगोपाल वर्मा अवैध शराब रखने एवं बेचने के लिए पूर्व से ही काफी कुख्यात माना जाता है, जिसका आपराधिक रिकॉर्ड भी है। रामगोपाल के कहने पर ही फूलसिंह ने उसे अपने स्थान पर यह संयंत्र स्थापित कर इस गोरखधंधे से अनाप-शनाप धन अर्जित करने का लालच दिया था, फूल सिंह ने बताया रामगोपाल अपने कर्मचारियों द्वारा इस धंधे को संचालित करता था।
पुलिस ने अवैध शराब बनाने उपकरण सहित भारी मात्रा में स्पिरिट एवं परिवहन करने वाले वाहनों को जप्त किया गया।
इस बड़ी कार्रवाई में गठित किये गए विशेष दस्ते के अलावा अनुविभागीय पुलिस अधिकारी खिलचीपुर सुश्री निशाने रेड्डी के नेतृत्व में थाना प्रभारी माचलपुर राम कुमार रघुवंशी, उनि देवेंद्र राजपूत, उनि देशराज सिंह, उनि जितेंद्र अजनारे, सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम ठाकुर सहायक उपनिरीक्षक बीएस खींची आरक्षक चेतन चौहान आरक्षक आलोकसिंह आरक्षक देवीसिंह दांगी आरक्षक अमित श्रीवास्तव, आरक्षक अनिल कुशवाह, आर मनीष, आर राकेश एवं आरक्षक नीरज रघुवंशी का योगदान रहा।