पूर्व जज का बेटा और पुलिसकर्मी का भाई बनवा रहे थे SDM के नाम से फर्जी पास


भोपाल।लॉकडाउन के दौरान फर्जी पास बनाकर लोगों को उनके घर तक छोड़ने के गोरखधंधे का खुलासा भोपाला पुलिस ने किया है। आरोपियों में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज का बेटा और पीएचक्यू में पदस्थ पुलिसकर्मी का भाई शामिल है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो को हिरासत में लिया गया है। ये गैंग एसडीएम के नाम से फर्जी पास बनाकर लोगों को उत्तर प्रदेश व बिहार छोड़ रहे थे। इसके एवज में मोटी रकम वसूल की जा रही थी। पुलिस के मुताबिक तलैया पुलिस ने वीआईपी रोड से गाड़ी को रोका था। इसमें मौजूद छात्रों को बिहार भेजा जा रहा था। छात्रों के पास जिला प्रशासन द्वारा जारी ई-पास थे। पुलिस ने जब पड़ताल की तो पास फर्जी पाए गए। इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने दीपक जोशी नाम के व्यक्ति के खिलाफ धोखाधडी का प्रकरण दर्ज किया था। दीपक जोशी अयोध्या नगर थाने का निगरानीशुदा बदमाश है तथा एक ट्रैवल्स कंपनी चलाता है। जांच में पाया गया कि समर्पण टूर एंड ट्रैवल्स का मालिक शैलेंद्र लोधी इस गिरोह में मुख्य भूमिका निभा रहा है। आज सुबह पुलिस को सूचना मिली कि वह टनाटन ढाबे के पास खड़ा हुआ है,पुलिस ने तुरंत ही घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।


एक फर्जी पास की कीमत 3 हजार रुपए- तलैया पुलिस ने बताया कि आरोपी शैलेंद्र लोधी से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि हरि कृष्णा टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक अभिषेक श्रीवास्तव आरोपी दीपक जोशी के माध्यम से ग्राहकों की आईडी प्रूफ, जाने की दिनांक, ड्राइवर की गाड़ी का नंबर और नाम के साथ प्रति पास 3 हजार रुपए लेकर फर्जी पास देते थे. पुलिस की पूछताछ में यह भी बात सामने निकलकर आई कि आरोपी दीपक जोशी करोंद निवासी गिरोह सरगना फतेह राजोरिया से पास बनवाता था.


एक घंटे में बन जाता था फर्जी पास- गिरोह का सरगना फतेह राजोरिया एक पास बनाने के लिए 3000 लेता था. राजोरिया महज 1 घंटे में पास उपलब्ध करा देता था. आरोपियों ने 5 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच कुल 24 पास तैयार कराए थे. यह फ़र्ज़ पास बिहार, गुडगांव, बलिया, खंडवा मुजफ्फरनगर, पचमढ़ी, पटना रीवा, समस्तीपुर एवं अन्य स्थानों के लिए बनाए गए थे. फर्जी पास में मौत होना, दिल का दौरा पड़ना जैसी वजहें बताई गई थीं.