मंदसौर. मध्य प्रदेश के मंदसौर में बीते 9 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद के विभाग सहमंत्री और एडवोकेट युवराज सिंह चौहान की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने शनिवार को इस बाबत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हत्या की साजिश और किसी ने नहीं, बल्कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नगर संयोजक विक्की गोसर तथा उसके साथी दीपक तंवर ने ही रची थी. पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी समेत 2 अन्य फरार हैं. आपको बता दें कि युवराज सिंह चौहान की अभिनंदन नगर रेलवे अंडरपास के पास गीता भवन के सामने एक चाय की दुकान पर सुबह 11:00 बजे बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
3 शूटर और रेकी का आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि युवराज हत्याकांड में शामिल तीन शूटर सहित उसकी रेकी करने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि हत्याकांड की साजिश एक महीने पहले ही अलावदा खेड़ी में रची गई थी. षड्यंत्रकारी विक्की उर्फ हेमंत गोसर तथा उसके साथी दीपक तंवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवराज को मौत के घाट उतारने की साजिश रची थी. दीपक तंवर और विकी गोसर को यह भी आशंका थी कि युवराज सिंह चौहान कहीं दीपक तंवर की हत्या ना कर दे, इसलिए आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया वाहन और हथियार भी जब्त कर लिया है. मंदसौर एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि युवराज हत्याकांड में बजरंगदल और विश्व हिन्दू परिषद नगर संयोजक विक्की उर्फ हेमंत गोसर और उसका साथी दीपक तंवर मुख्य षड्यंत्रकारी है. पुलिस ने तीन शूटरों फैजान, अंकित, नागेश और मृतक की रेकी करने वाला अनिल दरिंग को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मुख्य आरोपी विक्की उर्फ हेमंत गोसर, दीपक तंवर और उसके दो अन्य साथी फरार हैं.
पुरानी रंजिश भी एक वजह
पुलिस ने मामले के पीछे दोनों पक्षों के बीच एक साल पुरानी रंजिश की बात भी कही है. बताया गया कि पिछले साल शहर में सोनू गोस्वामी हत्याकांड काफी चर्चा में रहा था. आरोपियों को आशंका थी कि सोनू की हत्या में युवराज का हाथ था. इसको लेकर साल 2019 में दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी, जिसका केस सिटी कोतवाली में दर्ज है. इसके अलावा दोनों पक्षों के बीच केबल नेटवर्क कारोबार को लेकर भी तनातनी रही है. पुलिस को आशंका है कि लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी का परिणाम युवराज सिंह चौहान की हत्या के साथ खत्म हुआ. युवराज सिंह चौहान ने कुछ दिन पहले मछली का ठेका लिया था. वहीं टोल नाके पर सिक्योरिटी का ठेका भी उसके ही पास था. इन सारे कारोबारों की वजह से दोनों पक्षों के बीच की दुश्मनी गहराती चली गई.
हत्याकांड पर सियासत तेज- विहिप नेता युवराज सिंह चौहान की हत्या के बाद मध्य प्रदेश में सियासत गर्मा गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के कई नेताओं ने कानून-व्यवस्था का सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और निष्पक्ष जांच की मांग की थी. लेकिन पुलिस के खुलासे के बाद प्रदेश में सत्ताधारी दल विपक्ष पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस के नेता सोशल मीडिया के जरिए हिंदूवादी संगठनों को लक्ष्य करते हुए भाजपा पर ही सवाल उठा रहे हैं. इससे एक बार फिर नए सिरे से सियासत गर्मा सकती है.
संदीप हत्याकांड से भी जुड़ सकते हैं तार
युवराज सिंह चौहान की हत्या के मामले में पुलिस घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि मामले के जो दो प्रमुख आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर हैं, उससे घटना के तार इंदौर के संदीप तेल हत्याकांड से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले के नए पहलू सामने आ सकते हैं. दरअसल, युवराज सिंह चौहान के सुधाकर राव मराठा से अच्छे ताल्लुकात रहे हैं. संदीप तेल हत्याकांड के आरोपी एसआर केबल के मालिक रोहित शेट्टी की मुलाकात, मृतक युवराज सिंह चौहान ने ही माफिया डान सुधाकर राव मराठा से करवाई थी. इस मामले में युवराज सिंह चौहान फरार था. वहीं, युवराज के ऊपर मंदसौर और रतलाम में कई मामले दर्ज हैं. पुलिस इस घटना के सभी पहलुओं को जोड़कर जांच-पड़ताल कर रही है.